मेरा शायरी का कारखाना यूँ ही चलता रहेगा,
जब तक यह दिल तेरी याद में जलता रहेगा।
यूँही नहीं लिखता मैं अशआर दिल सुकून पता है
दिल यहीं बस इन कोरे सफहों पे पलता रहेगा।
मैं तेरा होने से पहले काश तुझे मेरा बना लेता,
दिल को अब यही मलाल जावेदां खलता रहेगा।
रात कैसे गुज़रती है ये बात न पूछना मुझसे कभी,
तेरे बिन तो मेरा दिन भी उदास ही ढलता रहेगा।
जब तक यह दिल तेरी याद में जलता रहेगा।
जब तक यह दिल तेरी याद में जलता रहेगा।
यूँही नहीं लिखता मैं अशआर दिल सुकून पता है
दिल यहीं बस इन कोरे सफहों पे पलता रहेगा।
मैं तेरा होने से पहले काश तुझे मेरा बना लेता,
दिल को अब यही मलाल जावेदां खलता रहेगा।
रात कैसे गुज़रती है ये बात न पूछना मुझसे कभी,
तेरे बिन तो मेरा दिन भी उदास ही ढलता रहेगा।
जब तक यह दिल तेरी याद में जलता रहेगा।
No comments:
Post a Comment