Meri zubaan pe hai jo, woh lafz hai tera
Aye khuda meri ghazal ka har harf hai tera.

Monday 6 October 2014

Ab Desh 'Modi' Ke Haath hai

'मंगल' किया अपने नाम,
अब तरक्क़ी पर विज्ञान है।
यहां हर इंसान के दामन ,
सुख, समृद्धि और आराम है।
यतीम को घर, गरीब को शिक्षा ,
यही एक बकाया काम है।
महाराष्ट्र, गुजरात, बंगाल आदि,
एक साथ चल रही आवाम है।
इन् दिनों हर दिल यह कहता है.....
अब हिन्दुस्तान में भी है कुछ बात है
अब देश 'मोदी' के हाथ है।


हर घर के आँगन में,
ख़ुशियों की भरमार है।
और गरीब से गरीब दुल्हन की कलाई में,
कंगन की झंकार है।
गांधीजी का मार्ग मॉडर्न भारत में,
अब तलाक बरकरार है।
और भ्रष्ट नेता सभी इस देश के,
अपने कर्मोँ से शर्मशार हैं।
हिन्दुस्तान ! हिन्दुस्तान ! का नारा,
अब हर मज़हब हर जात है।
अब देश 'मोदी' के हाथ है।


कोई ज़मीन बंज़र नहीं,
हर खेत अब अनाज है।
घर-घर सम्पन्नता रहे,
खुश हर किसान है।
हर चेहरे पर मुस्कान सजी है,
हर दिल इक़ उम्मीद जागी है।
अबकी बार हर इंसान के लिए है दिवाली
माटी के दिए से रोशन हर रात है
अब देश 'मोदी' के हाथ है।

 
रेडियो के ज़रिये आवाहन करते हैं,
अपने दिल की बात सबसे कहते हैं।
बस एक तम्मन्ना है 'मोदीजी' की ,
आओ भारत वासी सब मिलके रहते हैं।
सब तासीर है इनके ज्ञान-ओ-इल्म की,
के हर समस्या का हल तफ़्सीर करते हैं।
नए भारत का एक नया जनम हो रहा है,
अब बढ़ने का हौसला हर इंसान के साथ है,
अब देश 'मोदी' के हाथ है।
अब देश 'मोदी' के हाथ है।

लेखक : अमित वाल्मीकि

(सर्वाधिकार सुरक्षित)



   

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